Stock Market Crash: शुक्रवार को भारी गिरावट आई थी। यह सिलसिला सोमवार को भारी गिरावट आई थी। अमेरिका भूराजनीतिक तनाव जैसी वजहों से सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट आई। निवेशकों ने ज्यादातर सेक्टर में बिकवाली की। और निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये स्वाहा हो गए।
अमेरिका में मंदी का खतरा (Stock Market Crash)
अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़े उम्मीद से कमजोर आने के बाद कई एक्सपर्ट मंदी की आशंका जता रहे हैं। वॉरेन बफेट जैसे दिग्गज अमेरिकी निवेशक जुलाई में भारी बिकवाली करके अपना कैश भंडार बढ़ा चुके हैं। अमेरिका में इन सब फैक्टर के चलते अमेरिकी शेयर बाजार में गुरुवार और शुक्रवार को बड़ी गिरावट आई थी, जिसका असर आज दुनियाभर के बाजारों पर दिखा। भारतीय शेयर बाजार 5 अगस्त को खुलते ही क्रैश (Indian Share Market Crash) हो गया
ईरान-इजरायल का तनाव (Indian Share Market Crash)
ईरान और इजरायल के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। कई रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि ईरान अपने सहयोगियों के साथ मिलकर इजरायल पर हमले की योजना बना रहा है। इस संकट का सबसे अधिक असर क्रूड ऑयल पर पड़ सकता है। साथ ही, व्यापारिक अनिश्चितता बढ़ने का भी खतरा है। इसके चलते भी भारत के निवेशकों का मनोबल कमजोर हुआ।
जापान का येन संकट (Indian Share Market Crash)
जापान में ब्याज दरें कम होने की वजह से कई ट्रेडर्स ने जापानी येन उधार लेकर उसे येन में कन्वर्ट किया और उससे अमेरिकी स्टॉक खरीद लिए। लेकिन, अब बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। इससे डॉलर के मुकाबले येन में मजबूती आई है। इसका मतलब कि ट्रेडर्स को उधार लिए येन पर अधिक ब्याज देना होगा, साथ ही उन्हें भारी विदेशी मुद्रा घाटे का भी सामना करना पड़ रहा है। इससे वे बिकवाली कर रहे हैं, जिसका असर दुनियाभर के मार्केट पर पड़ रहा है।
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